22 अप्रैल 2021 से शुरू होंगे मांगलिक कार्यक्रम
विवाह मुहर्त 2021
14 जनवरी 2021 को मकर सक्रांति के साथ ही खरमास खत्म हो गया आमतौर पर खरमास खत्म होते ही शादी-विवाह समेत समस्त मांगलिक आयोजन शुरू हो जाते हैं लेकिन इस बार नव संवत्सर में ही यह योग बन पाएगा इसके लिए 96 दिन का और इंतजार करना होगा क्योंकि इस बार विवाह लग्न कारक ग्रह वृहस्पति और शुक्र के अस्त होने से लग्न मुहर्त 22 अप्रैल से प्राप्त होंगे।
◆ मकर सक्रांति से शुरू होते हैं लग्न मुहर्त इस बार 96 दिन करना होगा इंतजार।
◆ लग्न के कारक ग्रह वृहस्पति और शुक्र के अस्त होने के कारण 22 अप्रैल से लग्न मुहर्त की होगी शुरुवात।
गुरु व शुक्र अस्त जानें लग्न मुहर्त
"ऋषिकेश पंचांग" (काशी) अनुसार 16 जनवरी की रात्रि के 2 बजकर 45 मिनट पर देव गुरु वृहस्पति अस्त हो जाएंगे जो कि 12 फरवरी की प्रातः 10 बजकर 06 मिनट पर उदित होंगे तो वहीं 17 फरवरी को प्रातः 10 बजकर 10 मिनट पर शुक्र अस्त हो जाएंगे जो कि 19 अप्रैल को प्रातः 5 बजकर 41 मिनट पर उदित होंगे ऐसे में 22 अप्रैल से लग्न मुहर्त प्रारंभ होंगे जो कि 16 जुलाई तक चलेंगे इसके बाद 20 जुलाई 2021 को भगवान श्री हरि योग निद्रा पर चले जाएंगे, चतुर्मास के कारण 4 माह के लिए शादी विवाह बंद हो जाएंगे 15 नवंबर 2021 को हरिप्रबोधिनी एकादशी के साथ ही 16 नवंबर 2021 को चतुर्मास की समाप्ति होगी उसके उपरांत लग्न मुहर्त 19 नवंबर 2021 से प्रारंभ होंगे।