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मार्च 2020 वृषभ लग्न वालों के लिए कैसा रहेगा

मार्च 2020 वृषभ लग्न वालों के लिए कैसा रहेगा

  वृषभ लग्न वालों के लिए मार्च 2020 मिला-जुला रहेगा माह की शुरुवात में लग्नेश शुक्र का द्वादश भाव से गोचर रहेगा अतः अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें क्योंकि लग्न आपका शरीर है और द्वादश भाव आपके शरीर का व्यय अर्थात द्वादश भाव आपके स्वास्थ्य के व्यय को बताता है कहने का आशय यह है कि लग्नेश जब भी व्यय भाव से गोचर करता है तो स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं देता है, यात्राओं के योग बनेंगे, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी माह के शुरुवात में बुध व सूर्य का गोचर आपके कर्म स्थान से होगा अतः आप अपने बुद्धि व विवेक से अपने कार्य को करेंगे तथा आपके कार्य में आ रही बाधाओं को युक्ति की शक्ति से दूर कर सकेंगे, यदि आपकी संतान है तो उनका किसी उच्च अधिकारी से विवाद हो सकता है, वाहन का सुख प्राप्त होगा, मित्रों व परिवार के साथ मनोरंजन में धन व्यय होगा, दूसरों के पैसों से मौज-मस्ती करेंगे, 14 मार्च को सूर्य गोचर बदलकर आपके लाभ भाव से गोचर करेंगे अतः यह समय विद्यार्थियों के लिए अच्छा सिद्ध होगा, वाणी में तेजी आएगी, माता से लाभ प्राप्त होगा।     माह के शुरुवात में तीन ग्रहों गुरु, मंगल व केतु का गोचर आपके अष्टम भाव से रहेगा गोचर से अष्टम में आया हुआ गुरु शुभ नही होता अतः स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें क्योंकि मंगल व गुरु का अष्टम से गोचर रहेगा जिन पर राहु की पूर्ण दृष्टि रहेगी साथ ही शुक्र भी आपके व्यय भाव से गोचर करेंगे अतः जिन्हें दिल की बीमारी है वह अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें, वाहन सावधानी से चलाएं एक्सीडेंट होने के योग हैं, सर्जरी होने के भी योग बनेंगे, पेट से जुड़ी समस्या हो सकती है, सप्तम भाव जीवनसाथी का भाव होता है गोचर से सप्तमेश का अष्टम में आना शुभ नही होता, जीवनसाथी से विवाद हो सकते हैं, अष्टम भाव, सप्तम भाव से दूसरा भाव होता है सप्तम भाव जीवनसाथी को दर्शाता है व अष्टम भाव जीवनसाथी के कुटुंब अर्थात आपके ससुराल वालों का भाव होता है अतः मंगल, गुरु व केतु की युति ससुराल पक्ष से तनाव की स्थिति उत्पन्न कर सकती है, अष्टम भाव जीवनसाथी की वाणी का भी भाव होता है अतः जीवनसाथी की वाणी में तेजी रहेगी, अष्टम भाव अनैतिक संबंध को भी दर्शाता है और शुक्र का द्वादश भाव से गोचर रहेगा शुक्र भोग-विलास का ग्रह है और द्वादश भाव शैया सुख का भाव है अतः अनैतिक संबंध बनने के भी योग रहेंगे, किसी महिला द्वारा अपमानित भी होना पड़ सकता है, दूसरे भाव से राहु का गोचर मुख व दाँत से जुड़ी समस्या दे सकता है, वाणी पर नियंत्रण रखें विशेषतः जब आप पूरे परिवार के साथ बैठे हों क्योंकि दूसरे भाव से गोचरस्थ राहु वाणी दोष देता है जिस कारण से विरोध का सामना करना पड़ता है, तामसिक चीजों से परहेज करें।   वृषभ लग्न वालों के लिए शनि दशम व नवम भाव अर्थात केंद्र व त्रिकोण के स्वामी होकर राजयोगकारक हो जाते हैं जो कि आपके नवम भाव से गोचर करेंगे दशम भाव हमारा कर्म भाव है और नवम उसका द्वादश भाव है, द्वादश भाव से हम यात्राओं का विचार करते हैं अतः कार्य के सिलसिले से यात्राएं हो सकती है, भाग्य का सहयोग प्राप्त होगा, आध्यात्म की ओर झुकाव बढ़ेगा, 22 मार्च को मंगल गोचर बदलकर आपके नवम भाव में अपनी उच्च राशि में आ जाएंगे जिससे आपका भाग्य प्रबल होगा, जीवनसाथी से चले आ रहे विवाद खत्म होंगे, जीवनसाथी के साथ कहीं घूमने जाने का प्लान बनेगा किन्तु छोटे भाई-बहन से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, 29 मार्च को शुक्र गोचर बदलकर आपके लग्न में आ जाएंगे जिस कारण से स्वास्थ्य में सुधार होगा, जीवनसाथी से संबंध मधुर होंगे, खर्चों में कुछ कमी आएगी, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, 30 मार्च को गुरु गोचर बदलकर आपके नवम भाव में अपनी नीच आ जाएंगे जिस कारण से आपके नवम भाव में नीचभंग राजयोग बनेगा फलस्वरूप अचानक से उन्नति के मार्ग खुलेंगे, जिनका विवाह हो गया है व संतान की चाह रखते हैं उन्हें संतान सुख प्राप्त होगा व जिनकी संतान है उनके संतान की उन्नति होगी, स्वास्थ्य में सुधार होगा, छोटे भाई-बहन की उन्नति होगी, यदि आप विवाह योग्य हो गए हैं तो विवाह के लिए बात चल सकती है।   कुल मिलाकर वृषभ लग्न वालों के लिए मार्च 2020 मिला-जुला रहेगा माह की शुरुवात में संघर्ष की स्थितियां उत्पन्न होगी, स्वास्थ्य का ख्याल रखें, वाहन सावधानी से चलाएं, महिलाओं से सचेत रहें, कार्यक्षेत्र में आप अपनी बुद्धि व विवेक द्वारा उन्नति के नए अवसर की तलाश करेंगे व वर्तमान में आ रही समस्याओं का समाधान कर सकेंगे, वाहन का सुख प्राप्त होगा, मित्रों व परिवार के सदस्यों के साथ सुख-सुविधाओं व मौज-मस्ती पर धन व्यय होगा, जीवनसाथी से मतभेद होंगे किन्तु जैसे-जैसे माह अंत की ओर बढ़ेगा स्थितियां नियंत्रण में आने लगेगी, जब भी चन्द्र आपकी कुंडली के 6, 8 व 12 भाव से गोचर करेंगे तब विशेष सावधानी बरतें, मेरे अनुसार यदि आप विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ करें व अमावस्या के दिन बहते पानी में नारियल बहाएं तो शुभ रहेगा। जय श्री राम। Astrologer:- Pooshark Jetly Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope) Mobile:- 9919367470