दैनिक पंचांग 12 सितंबर 2020 शनिवार (मंदवासरे) "ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार जानिए वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि भवन पश्चिम व दक्षिण मुखी हो तो मुख्य द्वार की संख्या कितनी होनी चाहिए
दिनांक:- 12-सितंबर-2020 वार:- शनिवार (मंदवासरे) तिथि:- दशमी 23:24 तक/एकादशी पक्ष:- कृष्ण पक्ष माह:- शुद्ध आश्विन नक्षत्र:- आर्द्रा 13:00 तक/पुनर्वसु योग:- व्यतिपात 15:28 तक/वरियान करण:- गर 04:21 तक/वणिज 16:20 तक/विष्टि अयन:- दक्षिणायण सूर्य:- सिंह चन्द्रमा:- मिथुन मंगल:- मेष बुध:- कन्या गुरु:- धनु शुक्र:- कर्क शनि:- धनु राहु:- मिथुन केतु:- धनु सूर्योदय:- 5:51 (काशी) सूर्यास्त:- 18:09 (काशी) चंद्रोदय:- 01:04 "मध्य रात्रि" (काशी) दिशा शूल:- पश्चिम निवारण उपाय:- जौं का सेवन ऋतु:- वर्षा ऋतु गुलिक काल:- 07:30 से 09:00 तक राहु काल:- 10:30 से 12:00 तक अभीजित:- 12:06 से 12:54 तक विक्रम सम्वंत:- 2077 शक सम्वंत:- 1942 युगाब्द:- 5122 सम्वंत सर नाम:- प्रमादी गुलिक काल:- 06:00 से 07:30 तक राहू काल:- 09:00 से 10:30 तक अभीजित:- 12:06 से 12:54 तक विक्रम सम्वंत:- 2077 शक सम्वंत:- 1942 युगाब्द:- 5122 सम्वंत सर नाम:- प्रमादी चोघङिया दिन शुभ:- 07:51 से 09:24 तक चंचल:- 12:30 से 14:03 तक लाभ:- 14:03 से 15:36 तक अमृत:- 15:36 से 17:09 तक चोघङिया रात लाभ:- 18:42 से 20:10 तक शुभ:- 21:37 से 23:04 तक अमृत:- 23:04 से 00:31 तक चंचल:- 00:31 से 01:58 तक लाभ:- 04:52 से 06:18 तक
आज के विशेष योग
वर्ष का 172वाँ दिन, भद्रा 16:24 से अंतरात 28:14 तक-स्वर्ग लोक-शुभ-वायव्य, दशमी का श्राद्ध, व्यतिपात पुण्यं, द्वितीय शनिवार, गुरु नानकदेव पुण्य दिवस (प्राचीन मत से)।
वास्तु टिप्स
यदि भवन दक्षिण या पश्चिम मुखी हो तो उसमें कभी भी एक ही प्रवेश द्वार न बनाएँ।