दैनिक पंचांग 31 अगस्त 2020 सोमवार (चंद्रवासरे) ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार जानें वास्तु शास्त्र के अनुसार खेत में कूप किस दिशा में होना अशुभ होता है
दिनांक:- 31-अगस्त-2020 वार:- सोमवार (चंद्रवासरे) तिथि:- त्रयोदशी 08:30 तक/चतुर्दशी (अनंत चतुर्दशी व्रत) माह:- भाद्रपद पक्ष:- शुक्ल पक्ष नक्षत्र:- श्रवण 15:52 तक/धनिष्ठा योग:- शोभन 15:09 तक/अतिगंड करण:- तैतिल 8:50 तक/गर 21:12 तक/वणिज चन्द्रमा:- मकर 27:25 तक/कुंभ सूर्योदय:- 5:43 (काशी) सूर्यास्त:- 18:17 (काशी) दिशा शूल:- ,पूर्व निवारण उपाय:- दूध कि मिठाई ऋतु:- वर्षा ऋतु गुलिक काल:- 13:30 से 15:00 तक राहु काल:- 07:30 से 09:00 तक अभीजित:- 12:10 से 12:58 तक विक्रम सम्वंत:- 2077 शक सम्वंत:- 1942 युगाब्द:- 5122 सम्वंत सर नाम:- प्रमादी चोघङिया दिन अमृत:- 06:13 से 07:48 तक शुभ:- 09:23 से 10:58 तक चंचल:- 14:08 से 15:43 तक लाभ:- 15:43 से 17:18 तक अमृत:- 17:18 से 18:55 तक चोघङिया रात चंचल:- 18:55 से 20:20 तक लाभ:- 23:10 से 00:35 तक शुभ:- 02:00 से 03:25 तक अमृत:- 03:25 से 04:50 तक चंचल:- 04:50 से 06:13 तक
आज के विशेष योग
वर्ष का 160वाँ दिन, अनंत चतुर्दशी व्रत, गोत्रि रात्रि व्रतारंभ, पंचक 27:28 से, ओणम् (केरल)।
वास्तु टिप्स
यदि खेत में कूप नैर्ऋत्य कोण में हो तो बीमारी या आघात का भय रहता है यदि कूप आग्नेय कोण में हो तो खेत का स्वामी दिवालिया हो जाता है उसके शत्रुओं की वृद्धि होती है।