दैनिक पंचांग 6 सितंबर 2020 राविवार (भानुवासरे) "ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार" जानें वास्तु शास्त्र के मुख्य द्वार से जुड़े कुछ अन्य नियम
दिनांक:- 06-सितंबर-2020 वार:-रविवार (भानुवासरे) तिथि:- चतुर्थी 16:23 तक/पंचमी पक्ष:- कृष्ण पक्ष माह:-शुद्ध अश्विन नक्षत्र:- अश्विनी योग:- वृद्धि 15:15 तक/ध्रुव करण:- बालव 19:09 तक/कौलव अयन:- दक्षिणायण सूर्य:- सिंह चन्द्रमा:- मेष मंगल:- मेष बुध:- सिंह गुरु:- धनु शुक्र:- कर्क शनि:- धनु राहु:- मिथुन केतु:- धनु सूर्योदय:-5:47 (काशी) सूर्यास्त:- 18:13 (काशी) चंद्रोदय:- 20:46 (काशी) दिशा शूल:- पश्चिम निवारण उपाय:- घीं का सेवन ऋतु:- वर्षा ऋतु गुलिक काल:- 15:00 से 16:30 तक राहू काल:- 16:30 से 18:00 तक अभीजित:- 12:08 से 12:56 तक विक्रम सम्वंत'- 2077 शक सम्वंत:- 1942 युगाब्द:- ,5122 सम्वंत सर नाम:- प्रमादी चोघङिया दिन चंचल:- 07:49 से 09:23 तक लाभ:- 09:23 से 10:57 तक अमृत:- 10:57 से 12:31 तक शुभ:- 14:05 से 15:39 तक चोघङिया रात शुभ:- 18:48 से 20:16 तक अमृत:- 20:16 से 21:42 तक चंचल:- 21:42 से 23:08 तक लाभ:- 02:00 से 03:26 तक शुभ:- 04:52 से 06:15 तक
आज के विशेष योग
वर्ष का 166वाँ दिन, चतुर्थी का श्राद्ध, ग्रहयुति संयोग चंद्रमा से 0° उत्तर में मंगल 10:30 बजे, गंडमूल 29:24 तक, महापात 10:10 तक।
वास्तु टिप्स
पूर्वी ईशान कोण में बनाया गया मुख्य द्वार भी उच्चकोटि का होता है ऐसे भवन में निवास करने वाले बुद्धिमान तथा ज्ञानवान होते हैं पूर्वी ईशान कोण में द्वार होने से भारी सामान दक्षिण में चला जाता है जो वास्तु सम्मत है।