दैनिक पंचांग 7 सितंबर 2020 सोमवार (चंद्रवासरे) "ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार" जानें वास्तु शास्त्र के अनुसार भवन के मुख्य द्वार से जुड़ी अन्य जानकारियाँ
दिनांक:- 07-सितंबर-2020 वार:- सोमवार (चंद्रवासरे) तिथि:- पंचमी 18:28 तक/षष्ठी माह:- शुद्ध आश्विन पक्ष:- कृष्ण पक्ष नक्षत्र:- भरणी योग:- ध्रुव 16:16 तक/व्याघात करण:- कौलव 08:20 तक/तैतिल 9:40 तक/गर
[video width="400" height="224" mp4="https://astrologysutras.com/wp-content/uploads/2020/09/mahakaleshwar-jyotirling-arti.mp4"][/video]अयन:- दक्षिणायण सूर्य:- सिंह चन्द्रमा:- मेष मंगल:- मेष बुध:- कन्या गुरु:- धनु शुक्र:- कर्क शनि:- धनु राहु:- मिथुन केतु:- धनु सूर्योदय:- 5:48 (काशी) सूर्यास्त:- 18:12 (काशी) चंद्रोदय:- 21:20 (काशी) दिशा शूल:- पूर्व निवारण उपाय:- दूध का सेवन ऋतु:- वर्षा ऋतु गुलिक काल:- 13:30 से 15:00 तक राहु काल:- 07:30 से 09:00 तक अभीजित:- 12:07 से 12:55 तक विक्रम सम्वंत:- 2077 शक सम्वंत:- 1942 युगाब्द:- 5122 सम्वंत सर नाम:- प्रमादी चोघङिया दिन अमृत:- 06:16 से 07:50 तक शुभ:- 09:24 से 10:58 तक चंचल:- 14:06 से 15:40 तक लाभ:- 15:40 से 17:14 तक अमृत:- 17:14 से 18:47 तक चोघङिया रात चंचल:- 18:47 से 20:13 तक लाभ:- 23:05 से 00:31 तक शुभ:- 01:57 से 03:23 तक अमृत:- 03:23 से 04:49 तक चंचल:- 04:49 से 06:16 तक
आज के विशेष योग
वर्ष का 167वाँ दिन, पंचमी व भरणी का श्राद्ध। वास्तु टिप्स
दक्षिण आग्नेय कोण में बनाया गया मुख्य द्वार भी उच्चकोटि का होता है क्योंकि भारी सामान स्वतः ही दक्षिण दिशा में होता और आने-जाने के लिए पूर्व दिशा खाली रहती है जो उत्तम है।