Blog Details

Blog Details

18 मई 2021 मंगलवार "भौमवासरे" का पंचांग "ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार" जानिए, लग्न सारणी, आज के विशेष योग व वास्तु शास्त्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ

18 मई 2021 मंगलवार "भौमवासरे" का पंचांग "ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार" जानिए, लग्न सारणी, आज के विशेष योग व वास्तु शास्त्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ

  आज का पंचांग आज का पंचांग  

दिनांक:- 18 मई 2021 वार:- मंगलवार (भौमवासरे) तिथि:- षष्ठी दिन ०७:३८ तक तदोपरांत सप्तमी पक्ष:- शुक्ल पक्ष माह:- वैशाख गोल:- उत्तर नक्षत्र:- पुष्य दिन १०:४१ तक तदोपरांत श्लेषा योग:- वृद्धि रात्रि १०:२० तक तदोपरांत ध्रुव करण:- तैतिल उपरांत गर सूर्य:- वृषभ सूर्य स्पष्ट:- ०२°५८'३१" चंद्रमा:- कर्क मंगल:- मिथुन बुध:- वृषभ गुरु:- कुंभ शुक्र:- वृषभ शनि:- मकर राहु:- वृषभ केतु:- वृश्चिक अयन:- उत्तरायण सूर्योदय:- ०५:२२ (काशी) सूर्योदय:- ०५:३३ (दिल्ली) सूर्योदय:- ०५:४२ (सालासर) सूर्यास्त:- ०६:३८ (काशी) सूर्यास्त:- ०७:०२ (दिल्ली) सूर्यास्त:- ०७:१३ (सालासर) दिनमान:- ३३:१२ (काशी) दिशा शूल:- उत्तर निवारण उपाय:- गुड़ का सेवन ऋतु:- ग्रीष्म ऋतु गुलिक काल:- १२:०० से १३:३० राहु काल:- १५:०० से १६:३० अभिजीत मुहर्त:- १२:०३ से १२:५१ विक्रम संवत:- २०७८ संवत्सर नाम:- आनंद शक संवत:- १९४३ युगाब्ध:- ५१२३

सूर्योदयकालीन दैनिक स्पष्टभौमादिग्रह

मंगल:- १९°४४'३२" बुध:- २२°३४'५२" गुरु:- ०७°३३'११" शुक्र:- १७°४३'१०" शनि:- १५°२२'५४" राहु:- १७°१९'४४" केतु:- १७°१९'४४"

 

लग्न सारणी समाप्ति समय (दिन)

वृषभ लग्न:- ०७:०५ तक मिथुन लग्न:- ०९:१९ तक कर्क लग्न:- ११:३७ तक सिंह लग्न:- ०१:५१ तक कन्या लग्न:- ०४:०४ तक तुला लग्न:- ०६:२० तक

 

लग्न सारणी समाप्ति समय (रात्रि)

वृश्चिक लग्न:- ०८:३७ तक धनु लग्न:- १०:४३ तक मकर लग्न:- १२:३० तक कुंभ लग्न:- ०२:०१ तक मीन लग्न:- ०३:२९ तक मेष लग्न:- ०५:०६ तक

 

चौघड़िया दिन

चंचल:- ०९:०४ से १०:४५ तक लाभ:- १०:४५ से १२:२६ तक अमृत:- १२:२६ से १४:०७ तक शुभ:- १५:४८ से १७:२९ तक

 

चौघड़िया रात

लाभ:- २०:३२ से २१:५१ तक शुभ:- २३:१० से ००:२९ तक अमृत:- ००:२९ से ०१:४८ तक चंचल:- ०१:४८ से ०३:०७ तक

 

आज के विशेष योग

वर्ष का ३६ वाँ दिन, सर्वार्थ सिद्धि योग व रवि योग प्रातः १०:४१ से, श्री रामानुजाचार्य जयंती, गंगा सप्तमी व पूजन, गंगोत्पत्ति, मेला गुमाणो माता करणपुर करौली (राजस्थान), चंदन छठ (बंगाल), मंगल को पुष्य में पूर्व दोष है, दिन के १०:४१ के बाद श्लेषा नक्षत्र में शस्त्र निर्माण का मुहर्त है।

 

वास्तु टिप्स

घर के मुख्य द्वार पर सिंदूर के स्वास्तिक का निशान बनाएं यह अत्यंत शुभ फलदाई होता है साथ ही इस उपाय से घर के सभी वास्तु दोषों के अशुभ फल में कमी आ जाती है।