21 फरवरी 2021 रविवार (भानुवासरे) का पंचांग "ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार जानिए वास्तु शास्त्र के अनुसार किनके चित्र घर में नही लगाने चाहिए
दिनांक:- २१ फरवरी २०२१ वार:- रविवार (भानुवासरे) तिथि:- नवमी दिन १२:३७ तक/दशमी माह:- माघ ऋतु:- शिशिर गोल:- दक्षिण पक्ष:- शुक्ल पक्ष नक्षत्र:- मृगशिरा योग:- विष्कुंभ रात्रि ०३:२० तक/प्रीति करण:- कौलव १५:४२ तक/तैतिल चन्द्रमा गोचर:- वृषभ रात्रि ०७:१०:५९ तक/ मिथुन रात्रि ०७:११ से दिनमान:- २८:१८ अयन:- उत्तरायण सूर्योदय:- ६:२० (काशी) सूर्यास्त:- ५:४० (काशी) सूर्य गोचर:- कुंभ औदयिक स्पष्ट सूर्य:- ०८:१८:२८ मंगल गोचर:- वृष बुध गोचर:- मकर (वक्री) गुरु गोचर:- मकर शुक्र गोचर:- मकर (अस्त) शनि गोचर:- मकर राहु गोचर:- वृषभ केतु गोचर:- वृश्चिक दिशा शूल:- पश्चिम निवारण उपाय:- घी का सेवन राहु काल:- १६:३० से १८:०० अभीजित:- १२:२३ से १३:११ विक्रम सम्वंत:- २०७७ शक सम्वंत:- १९४२ युगाब्द:- ५१२२ संवत्सर नाम:- प्रमादी
चौघङिया दिन चंचल:- ०८:३४से ०९:५९ लाभ:- ०९:५९ से ११:२४ अमृत:- ११:२४ से १२:४९ शुभ:- १४:१४ से १५:३९ चौघङिया रात शुभ:-१८:२७ से २०:०१ अमृत:- २०:०१ से २१:३६ चंचल:- २१:३६ से २३:११ लाभ:- ०२:११ से ०३:५६ शुभ:- ०५:३१ से ०७:०८
सूर्योदयकालीन दैनिक स्पष्ट भौमादिग्रह
मंगल:- ००:२७:०० बुध:- १८:०२:३६ (वक्री) गुरु:- २१:४६:३३ शुक्र:- २९:२६:११ शनि:- १०:०७:५५ राहु:- २१:५६:२४ केतु:- २१:५६:२४
[video width="400" height="224" mp4="https://astrologysutras.com/wp-content/uploads/2020/09/mahakaleshwar-jyotirling-arti.mp4"][/video]२१ फरवरी २०२१ लग्न सारणी दिवा
कुंभ लग्न:- ०६:२० से ०७:२५ मीन लग्न:- ०७:२५ से ०८:५३ मेष लग्न:- ०८:५३ से १०:३० वृषभ लग्न:- १०:३० से १२:२६ मिथुन लग्न:- १२:२६ से ०२:४० कर्क लग्न:- ०२:४० से ०४:५८
२१ फरवरी २०२१ लग्न सारणी रात्रि
सिंह लग्न:- ०४:५८ से ०७:१६ कन्या लग्न:- ०७:१६ से ०९:२९ तुला लग्न:- ०९:२९ से ११:५४ वृश्चिक लग्न:- ११:५४ से ०२:०१ धनु लग्न:- ०२:०१ से ०४:०८ मकर लग्न:- ०४:०८ से ०५:५५
२१ फरवरी २०२१ के विविध मुहर्त
नवमी तिथि रविवार को मृगशिरा में नवमी में रोगविमुक्त स्नान मुहर्त है, रिक्ता बाद सूतीस्नान नवीन खटिया-चौकी आदि का उपभोग वाटिकारोपण, वृष के चंद्रमा में पूर्व-दक्षिण व मिथुन के चंद्र में दक्षिण दिशा की यात्रा, नवान्न भक्षण, औषध सेवन, वाहन खरीदने, आपरेशन करवाने, फसल काटने का मुहर्त है।
आज के विशेष योग
वर्ष का ३३४वाँ दिन, गुप्त नवरात्रि समाप्त, मिथुन राशि का चंद्र रात्रि ७:११ पर, श्रीहरसूब्रह्म जयंती ९ (चैनपुर-भभुआ), महानन्दा नवमी ९, रवियोग समस्त, अमृतसिद्धि योग व रवि योग रात्रि ०८:०८ से, अंतराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस।
वास्तु टिप्स
घर में सुअर, सियार, साँप, गिद्ध, उल्लू , कबूतर, कौआ, बाज आदि पशु-पक्षियों के चित्र नहीं लगाने चाहिए।