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नवम्बर 2020: जानिये, नवम्बर 2020 के प्रमुख पर्व, व्रत व त्यौहार

नवम्बर 2020: जानिये, नवम्बर 2020 के प्रमुख पर्व, व्रत व त्यौहार

  नवंबर 2020 के प्रमुख पर्व, व्रत व त्यौहार नवंबर 2020 के प्रमुख पर्व, व्रत व त्यौहार   1 नवम्बर:- कार्तिक मास में आकाश दीप-दान व विष्णु जी को नित्य तुलसी पत्र चढ़ाना। 2 नवम्बर:- राधा बाबा पुण्य तिथि, वृष के चन्द्र। 3 नवम्बर:- करवा चौथ की सर्घी, भद्रा दिन में 11:56 से रात्रि 12:43 तक। 4 नवम्बर:- श्री संकष्टी गणेश करक चतुर्थी व्रत (करवा चौथ), चन्द्रोदय रात्रि 7:57 पर, मिथुन के चन्द्र दिन में 1:51 पर। 5 नवम्बर:- सर्वार्थ सिद्धि योग। 6 नवम्बर:- कर्क के चन्द्र रात्रि 10:20 पर, भद्रा रात्रि 2:33 से प्रारम्भ। 7 नवम्बर:- भद्रा समाप्ति दिन में 2:22 पर, मूल रात्रि शेष 4:40 से। 8 नवम्बर:- श्री अहोई अष्टमी व्रत, श्री राधा अष्टमी। 9 नवम्बर:- सिंह के चन्द्र, रात्रि 3:39 पर मूल समाप्ति। 10 नवम्बर:- भद्रा दिन में 11:30 से रात्रि 10:40 तक। 11 नवम्बर:- कन्या के चन्द्र, रम्भा एकादशी व्रत सभी के लिए। 12 नवम्बर:- प्रदोष व्रत, धनतेरस, धन्वन्तरि जयन्ती, गोवत्स द्वादशी। 13 नवम्बर:- तुला के चन्द्र दिन में 10:58 पर, नरक चतुर्दशी, मास शिवरात्रि व्रत, भद्रा दिन में 3:51 से रात्रि 2:39 पर। 14 नवम्बर:- श्राद्ध की अमावस्या, दीपावली, सायं काल श्री गणेश-लक्ष्मी, कुबेर आदि पूजन, दीप-दान, शेष रात्रि दरिद्र-निसारण, अरुणोदय काल में श्री हनुमान जी दर्शन-पूजन एवं जन्म उत्सव, बाल दिवस। 15 नवम्बर:- स्नान-दान की अमावस्या, अन्नकूट, गोवर्धन पूजा, वृश्चिक के चन्द्र दिन में 1:14 पर। 16 नवम्बर:- यम द्वितीया, भइया दूज, यम धर्मेश्वर पूजन, वृश्चिक के सूर्य (संक्रान्ति), हेमन्त ऋतु प्रारम्भ, श्री स्वामी कार्तिकेय स्थापना-पूजन (बंगाल), मूल प्रारम्भ सायं 5:21 से। 17 नवम्बर:- धनु के चन्द्र दिन में 4:02 पर, मूल, श्री स्वामी कार्तिकेय की मूर्ती विसर्जन। 18 नवम्बर:- श्री वैनायक की चतुर्थी व्रत, मूल समाप्ति दिन में 3:03 पर, भद्रा दिन में 4:12 से रात्रि 3:27 तक। 19 नवम्बर:- मकर के चन्द्र रात्रि 8:18 पर, सौभाग्य पंचमी। 20 नवम्बर:- श्री सूर्य षष्ठी व्रत (डाला छठ) सायं काल अस्त होते हुए सूर्य को अर्घ्य देना, सूर्यास्त सायं 5:21 पर। 21 नवम्बर:- कुम्भ के चन्द्र व पंचक प्रारम्भ रात्रि 2:42 पर, सूर्य षष्ठी व्रत की पारणा, प्रातः काल उदय होते हुए सूर्य को अर्घ्य देना, सूर्योदय प्रातः 6:39 पर, भद्रा रात्रि 1:33 से प्रारम्भ। 22 नवम्बर:- श्री गोपाष्टमी, भद्रा समाप्ति दिन में 1:45 पर, पंचक। 23 नवम्बर:- अक्षय नवमी, पंचक। 24 नवम्बर:- मीन के चन्द्र दिन में 11:34 पर, पंचक। 25 नवम्बर:- प्रबोधिनी एकादशी व्रत स्मार्तों के लिए, मूल रात्रि 8:06 से, भद्रा सायं 5:04 से रात्रि शेष 5:57 तक, पंचक, भीष्म पंचक प्रारम्भ। 26 नवम्बर:- मेष के चन्द्र व पंचक समाप्ति रात्रि 10:30 पर, मूल प्रबोधिनी एकादशी व्रत वैष्णवों की, श्री तुलसी विवाह। 27 नवम्बर:- प्रदोष व्रत, मूल समाप्ति रात्रि 1:06 पर। 28 नवम्बर:- रवि योग। 29 नवम्बर:- वृष के चन्द्र दिन में 10:20 पर, श्री वैकुण्ठ चतुर्दशी व्रत, श्री काशी विश्वनाथ प्रतिष्ठा दिवस, श्री विश्वनाथजी को तुलसी चढ़ाना, व्रत की पूर्णिमा, भद्रा दिन में 12:17 से रात्रि 1:13 तक। 30 नवम्बर:- कार्तिक पूर्णिमा, स्नान-दान की पूर्णिमा, भीष्म पंचक समाप्ति, श्री गुरुनानक जयन्ती, देव दीपावली घाटों पर, दीपोत्सव व दीप दान (काशी में)।